साप्ताहिक राशिफल – वृषभ चंद्र राशि
19–25 मई 2025 राशिफल: गुरु के मिथुन में प्रवेश से पराक्रम, संचार और रिश्तों में गति आएगी। करियर और पारिवारिक संतुलन हेतु संयम ज़रूरी रहेगा।
19–25 मई 2025 राशिफल: गुरु के मिथुन में प्रवेश से पराक्रम, संचार और रिश्तों में गति आएगी। करियर और पारिवारिक संतुलन हेतु संयम ज़रूरी रहेगा।
19–25 मई 2025 का साप्ताहिक राशिफल: आत्मबल बढ़ेगा, संबंधों में स्पष्टता आएगी। गुरु लाभ दे रहे हैं, पर राहु–केतु से भ्रम से बचें। स्वास्थ्य व संचार पर ध्यान दें।
अक्षय तृतीया केवल सोने-चांदी की खरीदारी का पर्व नहीं, बल्कि धर्म, दान, आत्म-संस्कार और ज्योतिषीय उन्नति का श्रेष्ठ अवसर है। जानिए इसका पौराणिक महत्व, पूजा विधि, कुंडली पर प्रभाव और वह सब कुछ जो इसे अक्षय बनाता है।
#दिव्य_भोजन ज्योतिष में चंद्रमा मन का कारक है और हमारी भावनाओं को प्रभावित करता है। अपनी चंद्र राशि के अनुसार भोजन चुनकर न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को भी बढ़ाया जा सकता है। इस लेख में जानें 12 राशियों के लिए उपयुक्त आहार और महत्वपूर्ण सुझाव, जो आपके दैनिक जीवन को बना सकते हैं और भी स्वस्थ और संतुलित।
चंद्र राशि के अनुसार शुभ रंग और शुभ दिन का विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण। जानें रंगों का मानसिक व शारीरिक प्रभाव, वास्तु, व्यवसाय में उनका महत्व।
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है। यह लेख आपको समस्या विशेष अनुसार जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक, दुग्धाभिषेक, घृताभिषेक, मधु अभिषेक आदि की विधि और लाभ बताएगा। जानें कि कौन-सा अभिषेक किस समस्या के निवारण के लिए श्रेष्ठ है और किस तरह शिव की कृपा से जीवन को सुख-समृद्धि से भरें।
महाशिवरात्रि 2025 का पर्व भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष है। जानिए व्रत, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, मंत्र, ज्योतिषीय लाभ और महाशिवरात्रि से जुड़े पौराणिक प्रसंग।
रथ सप्तमी पर धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व, विभिन्न राशियों पर प्रभाव, करने योग्य अनुष्ठान, सावधानियां, तथा स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए विशेष उपायों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
माँ सरस्वती की उत्पत्ति: कैसे हुई ज्ञान की देवी का प्राकट्य? पुराणों के अनुसार, सृष्टि की रचना के समय भगवान
भारत में प्रत्येक त्योहार का एक विशेष धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्व होता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पर्व