
अक्षय तृतीया 2025: सोना, दान, धर्म और ज्योतिषीय
अक्षय तृतीया केवल सोने-चांदी की खरीदारी का पर्व नहीं, बल्कि धर्म, दान, आत्म-संस्कार और ज्योतिषीय उन्नति का श्रेष्ठ अवसर है। जानिए इसका पौराणिक महत्व, पूजा विधि, कुंडली पर प्रभाव...
वैदिक ज्योतिष: प्राचीन भारतीय विज्ञान
वैदिक ज्योतिष, जिसे भारतीय ज्योतिष या हिंदू ज्योतिष भी कहा जाता है, एक प्राचीन भारतीय विद्या है जो ग्रहों, नक्षत्रों, राशियों और उनके प्रभावों के अध्ययन पर आधारित है। यह विद्या भारतीय संस्कृति और धर्म के साथ गहराई से जुड़ी हुई है और वेदों में वर्णित ज्योतिषीय ज्ञान के आधार पर विकसित हुई है।
इस प्रणाली के केंद्र में ग्रहों की गति और उनके प्रभाव का विश्लेषण है। इन ग्रहों को नवग्रह कहा जाता है, जिनमें सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु शामिल हैं। जातक की कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति और गति उसके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है।
वैदिक ज्योतिष का इतिहास अत्यंत प्राचीन है, जिसकी जड़ें वेदों में पाई जाती हैं। वेदों में ग्रहों और नक्षत्रों के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व पर बल दिया गया है। भारतीय समाज में वैदिक ज्योतिष का प्रभाव गहरा है। जन्मकुंडली का विश्लेषण कर जीवन में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं के समाधान खोजने की परंपरा आज भी प्रचलित है।
वैदिक ज्योतिष एक विस्तृत विषय है, जिसमें कई शाखाएं शामिल हैं, जैसे:
यह विद्या केवल भविष्यवाणी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने के लिए मार्गदर्शन भी मिलता है। वैदिक ज्योतिष का अध्ययन न केवल विज्ञान है, बल्कि यह आध्यात्मिकता और संस्कृति का अनूठा संगम भी है।
अक्षय तृतीया केवल सोने-चांदी की खरीदारी का पर्व नहीं, बल्कि धर्म, दान, आत्म-संस्कार और ज्योतिषीय उन्नति का श्रेष्ठ अवसर है। जानिए इसका पौराणिक महत्व, पूजा विधि, कुंडली पर प्रभाव...
#दिव्य_भोजन ज्योतिष में चंद्रमा मन का कारक है और हमारी भावनाओं को प्रभावित करता है। अपनी चंद्र राशि के अनुसार भोजन चुनकर न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक और...
चंद्र राशि के अनुसार शुभ रंग और शुभ दिन का विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण। जानें रंगों का मानसिक व शारीरिक प्रभाव, वास्तु, व्यवसाय में उनका महत्व।
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है। यह लेख आपको समस्या विशेष अनुसार जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक, दुग्धाभिषेक, घृताभिषेक, मधु अभिषेक...
Are you one of them! We will text you on the number you will provide!